कार्तिक जीवाणी का जीवन परिचय, शिक्षा, परिवार, करियर | Kartik Jivani Biography in hindi, Shiksha, Family, Career
यूपीएससी हर वर्ष आईएएस और आईपीएस अधिकारियो का चयन करती है इनमें से कुछ ही अधिकारी होते हैं जो अपने सर्वश्रेष्ठ काम के लिए जाने जाते हैं। कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जिन्होंने अपने जीवन में कठिन संघर्ष करने के बाद इस मुकाम को हासिल किया होता है तथा अपने जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को त्याग कर उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल करने की ठानी और आज वह इस मुकाम पर बने हुए हैं।
आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे शख्स कि जीवन परिचय से रूबरू करवाने वाले हैं जिसने अपने जीवन की किसी भी मुसीबत को अपने लक्ष्य की आड़े नहीं आने दिया और अंत में अपने लक्ष्य को हासिल करके दिखाया।
आज हम जिस शख्स के बारे में आप सबको बताने वाले हैं उस शख्स का नाम है कार्तिक जीवाणी । आज के इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर यह कार्तिक जीवाणी कौन है? इनके द्वारा कौन-कौन से महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं, इसलिए इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़े तभी आप इनके बारे में अच्छे से जानकारी जान सकेंगे।
कार्तिक जीवाणी की शिक्षा
कार्तिक जी वाणी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात से ही शुरू की है इनका जन्म गुजरात में हुआ था इन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई गुजराती भाषा में ही पूरी की थी क्योंकि यह जिस स्कूल में पढ़ रहे थे उसमें गुजराती ही चलती थी। इसके बाद इनका चयन आईआईटी मुंबई में हो गया था इन्होंने वहां से मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक की इनकी यह पढ़ाई 2016 में पूरी हुई।
इसके बाद इन्होंने यूपीएससी एग्जाम देने की सूची तथा 2017 में इन्होंने यूपीएससी का पहला एग्जाम दिया उन्होंने अपने प्रथम प्रयास में यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा का प्रीलिम्स एग्जाम तो पास कर लिया था लेकिन मेंस एग्जाम यह पास नहीं कर पाए मेंस में पास होने का सबसे बड़ा कारण इनका GK था उसके बाद उन्होंने दोबारा से प्रयास किया लेकिन यह नहीं कर पाए इसके बाद उन्होंने 2018 में यूपीएससी का एग्जाम दिया और इन्होंने 94 वी रैंक हासिल की। इन्होंने यह रैंक हासिल करने से पहले यूपीएससी के तीन बार एग्जाम दे दिए थे।
कार्तिक जीवाणी का करियर
कार्तिक जीवाणी ने 2017 में जब पहली बार यूपीएससी का एग्जाम दिया था तब उस समय इन्होंने कोई भी कोचिंग संस्थान नहीं ज्वाइन किया था लेकिन जब उन्होंने 2018 में यूपीएससी का एग्जाम दिया था उस समय इन्होंने क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम जॉइन किया था क्योंकि उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि जब 2017 में इन्होंने प्रीलिम्स पास कर लिया था लेकिन मेंस में रह गए थे इसका कारण उनका जीएस कमजोर था इसी बात को ध्यान में रखते हुए इन्होंने 2018 में एग्जाम देने के लिए अपने जीएस को मजबूत करने के लिए इस प्रोग्राम को ज्वाइन किया इसकी सहायता से उन्हें लगातार जीएस का ज्ञान होता जा रहा था।
इस प्रोग्राम को वह ऑनलाइन मोड पर ज्वाइन करते थे उन्होंने बताया है कि आपको करंट अफेयर पढ़ने के लिए सभी सोर्स पर ध्यान नहीं देना है आपको किसी भी एक संस्थान का करंट अफेयर्स का मैगजीन पेपर ले लेना है उसी के माध्यम से आपको तैयारी करनी है।
इन्होंने 2018 में यूपीएससी का तीसरा अटेम्प्ट दिया और इस बार उन्होंने 94वी रैंक हासिल की एक आईपीएस अधिकारी की पोस्ट मिल गई। लेकिन कार्तिक आईपीएस बनकर खुश नहीं थे क्योंकि वह दो रैंक की वजह से आईएएस अधिकारी बनने से रह गए थे लेकिन उन्होंने यही अपना सफर नहीं रोका उन्होंने तीसरी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया एग्जाम इन्होंने ट्रेनिंग के चलते दिया था उन्होंने यूपीएससी के एग्जाम की तैयारी करने के लिए ट्रेनिंग के दौरान 15 दिन की छुट्टी ली थी और वह अपने घर आ गए और उसी दिन से उन्होंने 10 घंटे से अधिक पढ़ाई करना शुरू कर दिया और उनकी यह 15 दिन की पढ़ाई बहुत रंग लाई उन्होंने पूरे यूपीएससी में आठवीं रैंक हासिल की और एक आईएएस अधिकारी की पोस्ट मिल गई।
कार्तिक जीवाणी के जीवन से जुड़े पहलु
- कार्तिक जीवाणी के पिता का नाम नागजी जीवाणी है उन्होंने कार्तिक जीवनी के बारे में बहुत सी बातें बताई है उन्होंने कहा है कि कार्तिक बचपन से ही दृढ़ निश्चय करता रहता था और उसे यूपीएससी जैसी परीक्षा में आने के सबसे ज्यादा प्रेरणा एक बीमारी के चलते मिली थी उस समय इन्होंने वहां के कलेक्टर की पोजीशन देखी थी कि लोग किस कदर कलेक्टर का सम्मान कर रहे हैं बस उसी दिन से इन्होंने ठान लिया था कि मैं बड़ा होकर एक आईएएस अधिकारी बनुगा। उसके बाद उन्होंने पूरी तैयारी करना शुरू कर दिया और अपने पहले ही प्रयास में आईपीएस की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन फिर भी है खुश नहीं थे और दोबारा से यूपीएससी का एग्जाम दिया और पूरे गुजरात में 8 वीं रैंक लाकर एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिखाया है।
- कार्तिक जीवाणी स्पोर्ट्स में ज्यादा रुचि रखते हैं उनका पसंदीदा खेल क्रिकेट है उनका क्रिकेट में पसंदीदा खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी है।
- कार्तिक ने यूपीएससी की परीक्षा के लिए तन मन और धन से मेहनत की है एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए उन्होंने 10 -10 घंटे तक पढ़ाई की है।
- इन्होंने यूपीएससी का एग्जाम देने के लिए आईपीएस की ट्रेनिंग से 15 दिन की छुट्टी ली थी।
- इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए कोई भी कोचिंग संस्थान ज्वाइन नहीं किया था इन्होंने अपने घर पर रहकर यूपीएससी की तैयारी की थी लेकिन इन्होंने अपनी जीएस को मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लिया था।
Conclusion
कार्तिक जीवाणी के कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है कि जीवन में बहुत सी कठिनाई आएंगे लेकिन हम उन कठिनाइयों का डटकर सामना करना पड़ेगा यदि हम जिंदगी के सफर में एक बार असफल हो जाते हैं तो कभी भी खुद को मायूस होकर पीछे ना हटने दे दोबारा से कठिन प्रयास के साथ अपने लक्ष्य को हासिल करने में जुट जाओ।
जिंदगी में बहुत सी मुश्किलें आती रहती हैं लेकिन जो व्यक्ति उनका डटकर सही तरीके से सामना कर लेता है वह अपने जीवन को एक अलग ही मुकाम पर ले जाता है।