Last Updated on May 22, 2024 by
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बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय -(Dhirendra Shastri Biography In Hindi )
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नमस्कार दोस्तों सनातन धर्म हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है क्योंकि सनातन में बहुत बड़े-बड़े ऋषि और गुरुओ का जन्म हुआ है उन्हीं में से एक बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हैं। आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के जीवन परिचय से रूबरू करवाने वाले हैं।
दोस्तों महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बालाजी के बहुत बड़े भक्त हैं और वह अपने दिव्य दरबार में अनेकों चमत्कार करते हैं इसलिए उनके दिव्य दरबार भारत के हर कोने में आयोजित किए जाते हैं जहां पर श्रद्धालु बड़ी मात्रा में उपस्थित होते हैं।
Dhirendra Shastri Biography In Hindi
दोस्तों धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सनातन का पर्चा आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व भर में फैला रहे हैं उनका यूट्यूब पर एक चैनल भी है जिस पर वह लाइव टेलीकास्ट करते हैं उसके माध्यम से वह पूरे भारत में बालाजी महाराज की कृपा को उजागर करते हैं।जिस भी श्रद्धालु की अर्जी बागेश्वर धाम सरकार लगाते हैं वह उसके बिना बताए ही सब कुछ अपने पर्चे पर लिख देते हैं इसके बाद उस व्यक्ति को पर्चा सुनाते हैं तो वही बात उस पर्चे पर लिखी होती है जो श्रद्धालु बाबा के धाम पर अपनी इच्छा लेकर पहुँचता हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी भी इसी समय बहुत बड़े गुरु हुआ करते थे और बागेश्वर सरकार के तौर पर जाने जाते थे इसके बाद उन्होंने बागेश्वर धाम का जिम्मेवार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बना दिया इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार बागेश्वर धाम सरकार पर लोगों की अर्जी लगा कर उनकी सहायता कर रहे हैं।
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का व्यक्तिगत जीवन परिचय
नाम | धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री |
जन्म तिथि | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | गड़ा,मध्यप्रदेश |
जाती | पंडित |
धर्म | हिन्दू |
नागरिक | भारतीय |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर वाले महाराज के नाम से भी जाना जाता है इनका जन्म 4 जुलाई 1996 को गढ़ा, छतरपुर मध्य प्रदेश में हुआ था। ब्राह्मण परिवार में जन्मे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन बहुत ही कठिनाइयों से व्यतीत हुआ था क्योंकि उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का पारिवारिक विवरण
दादाजी का नाम | भगवान दास गर्ग |
पिताजी का नाम | राम करपाल गर्ग |
माताजी का नाम | सरोज |
पत्नी | नहीं हैं |
भाई -बहन | 1 बहन दो भाई |
धीरेन्द्र कृष्ण जी का कठनाईयों से भरा दौर
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे और उनका परिवार बहुत ही गरीब था इसलिए उन्हें प्रारंभ में बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इस बारे में महाराज जी अपने दिव्य दरबार में बताते हैं कि जब वह छोटे थे तो उन्हें रोटी के लिए तरसना पड़ता था क्योंकि वह ब्राह्मण जाति से थे इसलिए उन्हें कोई भी ना ही सम्मान देता था और ना ही उन्हें खाने के लिए रोटी देता था।
कई बार तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपने पूरे परिवार के साथ भूखा भी सोना पड़ा है लेकिन महाराज जी ने बालाजी को अपना परम गुरु मानते हैं वे उन्हीं को अपना जीवन समर्पण कर दिया था जिस वजह से आज वह दुनियाभर में काफी प्रचलित हो गए हैं।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का शैक्षिक विवरण
परिवार की स्थिति ठीक ना होने के चलते बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही पूरी की थी और वे अपने दादा जी को ही अपना गुरु मानते थे क्योंकि उनके दादाजी बागेश्वर दिव्य दरबार आयोजित करते थे महाभारत और रामायण का पाठ करते थे।
12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद इन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बारे में सोचा लेकिन पैसे ना होने रेगुलर कॉलेज ना जाने के चलते उन्होंने प्राइवेट कॉलेज से अपना b.a. का फॉर्म भर दिया इनके सभी दोस्त रेगुलर कॉलेज आते थे लेकिन बागेश्वर धाम भिक्षा मांगकर अपने घर के लिए रोटी का प्रबंध करते थे।
बागेश्वर धाम क्या हैं और कब लगता हैं?
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गड़ा नाम का एक छोटा सा गांव है उसी के पास में बागेश्वर धाम नाम की जगह है और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह बालाजी का एक मंदिर है जहां पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी और उनके गुरु जी की समाधि भी है। बागेश्वर धाम हर मंगलवार को लगता है और देश नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहां पर अपनी अर्जी लगाने के लिए मंगलवार को आते हैं मंगलवार के अलावा किसी भी दिन यहां पर अर्जी नहीं लगाई जाती है क्योंकि मंगलवार को बालाजी का वार माना जाता है और उसी दिन पूरी श्रद्धा से अर्जी लगाने पर उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण भी होती हैं।
बागेश्वर धाम एक प्रचलित मान्यता है कि यहां पर लोग लाल कपड़े में नारियल लेकर आते हैं और बागेश्वर धाम पर नारियल चढ़ाते हैं इसके बाद 21 या 11 बार अपनी श्रद्धा अनुसार परिक्रमा लगाते हैं। परिक्रमा पूरा करने के बाद बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक दिव्य दरबार आयोजन करते हैं जिसमें लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं और अच्छे अच्छे प्रवचन देते हैं।
बागेश्वर धाम में अर्जी कैसे लगाए?
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए आप दो तरीके इस्तेमाल कर सकते हैं पहला तरीका तो यह है कि आप बागेश्वर धाम पहुंच कर वहां पर टोकन प्राप्त कर सकते हैं इसके बाद दिव्य दरबार में अपनी अर्जी लगा सकते हैं इसके अलावा दूसरा तरीका है आप घर बैठे भी बागेश्वर धाम में अर्जी लगा सकते हैं।
इसके लिए महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का कहना है कि अगर आप बागेश्वर धाम नहीं पहुंच सकते हैं तो आप अपने घर में एक नारियल और लाल कपड़ा लेकर एक ऐसी जगह बैठ जाए जहां पर आपको कोई बोलने वाला ना हो इसके बाद आपको लाल कपड़े में नारियल लपेटकर ओम बागेश्वराय नमः मंत्र का 11 बार जाप करना है। आप देखेंगे कि आप कुछ ही दिनों में जो भी अर्जी बालाजी के सामने रखेंगे वह जल्द ही आपकी पूरी हो जाएगी।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को मिला विदेश से सम्मान
दोस्त बागेश्वर धाम सरकार ने भारत में नहीं बल्कि विदेश में भी अपना झंडा गाड़ दिया है 1 जून से लेकर 15 जून 2022 तक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ब्रिटेन के दौरे पर गए हुए थे क्योंकि वहां पर वे कथावाचक के तौर पर गए थे लेकिन जैसे ही ब्रिटेन पहुंचे तो उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
विदेशियों के दिल में उन्होंने अपनी जगह बनाने का प्रयास किया था और अंत में यह सफल भी हुए और इन्हें ब्रिटेन की तरफ से तीन पुरस्कार संत शिरोमणि,वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप,वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन से सम्मानित किया गया।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का नागपुर विवाद -(Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Nagpur Controversy)
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने चमत्कारों से साइंस को भी चुनौती दे दी है क्योंकि इनके दरबार में ऐसे लोग बैठे हुए हैं जिनका इलाज बड़े-बड़े डॉक्टर नहीं कर पाए थे ऐसे में नागपुर में बागेश्वर धाम ने कथा वाचन का program रखा था लेकिन इसी बीच श्याम मानव संस्था ने उनके ऊपर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती दी थी अगर वह नागपुर में आकर चमत्कार करते हैं तो उन्हें 3000000 रूपए इनाम के तौर पर दिए जाएंगे।
इस संस्था का आरोप है कि बागेश्वर धाम सरकार लोगों के विश्वासों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं टोना टोटका जैसे अनुचित कार्य करके लोगों को भ्रम में रख रहे हैं। लेकिन बागेश्वर धाम सरकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस समिति के चुनौती को अस्वीकार कर दिया है।
वही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि वे कुत्तों की तरह भोकने वाले लोगों पर विश्वास नहीं करते हैं के साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ना तो है कोई भगवान है ना ही कोई गुरु है वह सिर्फ बालाजी के भक्त हैं और बालाजी की आशीर्वाद से ही भव्य दरबार का आयोजन करते हैं।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का नागपुर विवाद के बाद दिखाया चमत्कार
लगातार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर वाद विवाद का प्रत्यारोप चल रहा था ऐसे में उन्होंने अपना दरबार आयोजित करके सभी मीडिया वालों को दरबार में आमंत्रित किया था उसके बाद उन्होंने एबीपी न्यूज़ के एक पत्रकार के चाचा का नाम बताते हुए उसे मंच पर बुलाया इसके बाद उन्होंने बिना पत्रकार के बताइए उनके भाई का नाम और उनकी भतीजी का नाम भी बताया इसके बाद पत्रकार भी और सभी मीडिया वाले अचंभित रह गए थे।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की नेट वर्थ
महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दिव्य दरबार का आयोजन करते हैं ऐसे में उनका हर दिन का टर्नओवर ₹10000 का है जिसे अगर महीने में कैलकुलेट करें तो तीन लाख के आसपास है वही टोटल नेटवर्क की बात करें तो वह 20 करोड़ों रुपए के आसपास है।
Conclusion
उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय से जुड़ी जानकारी पसंद आई होगी इसमें हमने आपको संपूर्ण जानकारी दी है।
FAQ
Q.1धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु कौन हैं?
Ans: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के वैसे तो गुरु उनके दादाजी थे लेकिन वर्तमान समय में उनके गुरु जिनसे उन्होंने शिक्षा ग्रहण की थी श्री दत्ता जी महाराज हैं जो आंखों से अंधे हैं लेकिन फिर भी कथा का वाचन करते हैं।
Q.2धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कितने साल के हैं?
Ans: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगभग 27 साल के हो चुके हैं और इतनी कम उम्र में आज उन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया हैं।