Last Updated on May 22, 2024 by
IAS स्मिता सभरवाल का जीवन परिचय, शिक्षा, करियर, शादी, परिवार, पुरुस्कार , उपलब्धियाँ
स्मिता सभरवाल का जन्म 19 जून 1977 को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुआ था इनके पिता का नाम प्रणब दास है जो कि सेना में एक कर्नल की पोस्ट से रिटायर्ड है पिताजी के सेना में रहने की वजह से इन्हें अलग-अलग जगह घूमने का मौका मिला भारत के अन्य शहरों में उनकी शिक्षा पूरी हुई उनकी माता जी का नाम पूरबी दास है जो कि एक ग्रहणी है।
स्मिता सभरवाल का शैक्षिक विवरण
स्मिता सभरवाल के पिताजी सेना मे होने की वजह से इनकी शिक्षा अलग-अलग जगह पूरी हुई लेकिन जब यह 10th क्लास में थी तब इनके पिताजी रिटायर्ड हो चुके थे इसके चलते इनका पूरा परिवार हैदराबाद में शिफ्ट हो गया तथा इन्होंने 11th व 12th की पढ़ाई हैदराबाद में की।
इन्होंने 12th क्लास में टॉप भी किया था इसके बाद इन्होंने सेंट फ्रांसिस डिग्री कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन पूरा किया। इनके पिताजी की इच्छा थी कि उनकी बेटी बड़ी होकर एक आईएएस अधिकारी बने उन्होंने इन्हें प्रेरित किया यूपीएससी के एग्जाम के लिए तथा इन्होंने भी अपने पिताजी की इच्छा को ध्यान में रखते हुए यूपीएससी की तैयारी करना स्टार्ट कर दिया।
स्मिता सभरवाल का करियर
स्मिता जी ने जब यूपीएससी की तैयारी करना शुरू किया तो उन्होंने यूपीएससी के एग्जाम में प्रथम प्रयास में असफलता प्राप्त की लेकिन उन्होंने असफलता के आगे अपने कदम नहीं डगमगाए अपने मजबूत इरादों के साथ दोबारा से यूपीएससी तैयारी करना शुरू कर दिया।
इनकी उम्र भी बहुत ज्यादा नहीं थी यूपीएससी का इतना दूसरा अटेम्प्ट दे रही थी तब इनकी उम्र मात्र 23 साल थी इन्होंने 2001 मे अपने दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 4th रैंक हासिल की ऐसा करने वाली यह इंडिया की सबसे युवा अभ्यर्थी थी। इस तरह स्मिता जी ने उन लोगों को भी एक सीख दी है जो एक या दो असफलता के बाद अपने कदम पीछे खींच लेते हैं।
स्मिता जी कहती है की असफलता मनुष्य के जीवन में आती ही रहती हैं यदि हम इन असफलताओं के चलते अपने लक्ष्य को पुरा ना करें यह तो गलत बात है। यदि जीवन में संघर्ष नहीं रहेगा उस सफलता का मजा कभी नहीं लिया जा सकता एक असफलता के बाद मिलता है यह कभी भी असफलता को अपने लक्ष्य के आड़े नहीं आने देना चाहिए।
स्मिता सभरवाल की उपलब्धियाँ
स्मिता सभरवाल ने जहां जहां कार्यभार संभाला है वहां वहां उन्हें तारीफ ही मिली है यह बहुत से राज्य में अपनी सेवाएं दे चुकी है जैसे तेलंगाना, विशाखपट्नम, करीमनगर।
इन्होंने अपनी छवि जनता के सामने एक अधिकारी वाली छवि बना रखी है लोग इनके काम को खूब सरहाते है।
जब इनकी पोस्टिंग तेलंगाना मे हुई तो इन्होंने वहां पर भी बहुत अच्छे काम किये है इन्होंने तेलंगाना में रह रहे लोगों की आवश्यकता को देखते हुए ही कार्य किया है। इन्होंने तेलंगाना में हेल्थ केयर सेक्टर मे “अम्माललाना” प्रोजेक्ट की शुरुआत की।
इसके साथ ही यह तेलंगाना में मुख्यमंत्री कार्यालय में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं इसके चलते यह तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात होने वाली पहली महिला आईएएस अधिकारी है।
स्मिता सभरवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र मे बहुत सी योजनाओं का सुभारम्भ किया है इन्होने “मतदान पंडूका” नामक एक योजना का का सुभारम्भ किया है इसमें इनका उद्देश्य था मतदान प्रतिशत को बढ़ाना। इन्होंने करीमनगर जिले में अपने कार्यकाल के दौरान बहुत सारी योजनाएं संचालित की इनके चलते करीमनगर को सर्वश्रेष्ठ जिले का अवार्ड भी मिल चुका है।
जब इनकी पोस्टिंग वारंगल में नगर निगम आयुक्त के रूप में हुई तब इन्होंने एक योजना का शुभारंभ किया जिसका नाम था “फंड योर सिटी” इस योजना में इनका उद्देश्य था की बस स्टैंड, उद्यान, फुट ओवर ब्रिज़ सार्वजनिक और निजी दोनों की भागीदारी से बने इनकी इस योजना को लोगों ने खूब सराहा।
तेलंगाना में किए गए इनके अच्छे कार्यों की वजह से इन्हें जनता का अधिकारी भी कहा जाता है क्योंकि इन्होंने जनता के लिए बहुत सी योजनाओं का शुभारंभ भी किया है इसके साथ ही इन्होने लोगों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी भरपूर प्रयास किया है।
स्मिता सभरवाल को अच्छे कार्य के लिए मिले पुरुस्कार
स्मिता सभरवाल ने जहा जहा अपना कार्यभार संभाला है वहां वहां उन्हें बहुत मान सम्मान प्राप्त हुआ है जब 2013 में इनकी पोस्टिंग करीमनगर जिले में हुई यहाँ पर यह डीएम की पोस्ट पर तैनात थी इन्होंने अपने प्रयास के बलबूते करीमनगर में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत सुधार किए जिसके चलते करीमनगर को बेस्ट टाउन का अवार्ड भी मिला और इन्हें मुख्यमंत्री द्वारा पॉइंट फ्लैगशिप अवार्ड भी दिया गया।
इसके साथ ही इन्हें एक्सप्रेस देवी का भी पुरस्कार मिल चुका है क्योंकि इन्हें एक तेज तर्रार अधिकारी माना जाता है। इसके साथ ही इन्हें प्लेटिनम पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
स्मिता सभरवाल की शादी किससे हुई और इनके कितने बच्चे है?
स्मिता सभरवाल की शादी अकुन सभरवाल के साथ हुई है जो कि पेसे से एक आईपीएस अधिकारी हैं इन्होंने पीएचडी कर रखी है। इसके साथ ही इनके दो बच्चे भी हैं जिसमें से एक लड़का है और एक लड़की, लड़के का नाम नानक है और लड़की का नाम भुविश है।
स्मिता सभरवाल ज्यादा चर्चा मे कब आई
स्मिता सभरवाल को लोगों की मदद करने वाली अधिकारी माना जाता है जिसके चलते एक विवादित मुद्दा भी सामने आया है यह विवादित मुद्दा कार्टून छापने वाली एक मैगजीन के साथ था।
दरशल मैगजीन वालों ने स्मिता सभरवाल को रैंप वाक करते हुए कार्टून बनाया इसके साथ ही इन्होंने उस समय के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव को उनकी फोटो खींचते हुए दिखाया गया इसके साथ ही मैगजीन बालों ने बड़े-बड़े टेक्स्ट में यह लिखा था की स्मिता सभरवाल प्रत्येक मीटिंग मे ट्रेंडिंग साड़ी व कपडे पहनकर आती है जब स्मिता सभरवाल ने इस कार्टून को देखा तो उन्होंने मैगजीन कंपनी को आउटलुक का नोटिस भेजा और जवाब माँगा। उन्होंने अपनी मैगजीन कंपनी को नाराजगी जाहिर करते हुए अपने नोटिस में यह लिखा की ‘ 14 साल से अधिक समय तक उन्होंने सेवा की है लेकिन इस लेख ने उन्हें काफ़ी हताश किया है’।
Conclusion
हमारे देश को स्मिता सभरवाल जैसी महिला आईएएस अधिकारी की आवश्यकता है जो निस्वार्थ होकर जनता के हित के लिए कार्य करें। यदि हमारे देश में इस तरह के आईएएस अधिकारी बनेंगे तो हमारे देश का विकास निश्चित है।